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हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व .







गीता में 10 वें अध्‍याय में भगवान कृष्‍ण ने अर्जुन से कहा, हे अर्जुन वृक्षों में मैं पीपल हूं!

 - ‘अश्वत्थ: सर्ववृक्षाणाम्’ अर्थात् मैं सब वृक्षों में पीपल का वृक्ष हूं । इस कथन में उन्होंने अपने आपको पीपल के वृक्ष के समान ही घोषित किया है ।

आधुनिक वैज्ञानिकों ने इसे एक अनूठा वृक्ष भी कहा है जो दिन रात यानि 24 घंटे ऑक्सीजन छोड़ता है, जो मनुष्य जीवन के लिए बहुत जरूरी है। शायद इसलिए इस वृक्ष को देव वृक्ष का दर्जा दिया जाता है।


ये जानकारी पसंद आई हो तो दुसरो को भी सेर करे और ज्ञान को आगे बढ़ाये .


धन्यवाद . प्रणाम जी .


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