Skip to main content

आयुर्वेद का चमत्कारिक महत्त्व बताते अभिनेता अक्षय कुमार . (miracle-Ayurveda)

आयुर्वेद का चमत्कारिक महत्त्व बताते अभिनेता अक्षय कुमार .

हाल ही में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो सेर किया हे .
जिसमे उन्होंने आयुर्वेद के गुण बताये हे ।




दुनिया में सबसे बड़ा अपाहिज मानसिक अपाहिज होना हे ! मानसिक गुलामी ।
वे आजकल केरल के एक आयुर्वेदिक आश्रम मे हे वे पिछले 25 साल से आयुर्वेद को अपनाये हे।
उन्होंने ये भी बताया की,

  • इससे उन्हें काफी फायदा हुआ हे वो काफी हल्का और अच्छा महसूस कर रहे हे। वहां न टीवी हे न फोन न जंक फ़ूड और न ही ब्रांडेड कपड़े एक सादा सफेद कलर का कुर्ता पायजामा। सादगी भरा भोजन और आयुर्वेदिक का खजाना।
  • उन्हों ने कहा हमें अंदाज भी नहीं ईश्वर ने हमें आयुर्वेद के रूप में कितना बड़ा खजाना दे रखा हे पर हम इस खजाने की कदर ही नहीं कर रहे हे !हम अंग्रेजी दवा खाकर और स्टेरॉयड के इंजेक्सन ले कर जीने को जीना समझ रहे हे ! किसी विदेशी स्पा में जा कर अच्छी सेहत ढूंढ रहे हे। अक्षय कुमार ने कहा मजे की बात ये हे की वो ही विदेशी लोग हमारे यहाँ आकर अपना इलाज करवा रहे हे।
  • उन्होंने कहा मुझे एलोपेथी दवाओ से कोई तकलीफ नहीं वो अपनी जगह ठीक हे ! लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पध्धतिओ को भूल रहे हे। आयुर्वेद -सिध्धा -योग प्राणायाम -नेचरोपेथी -यूनानी -होमियोपेथी की वेल्यु को क्यों भूल रहे हे । यह सही नहीं इससे तकलीफ होती हे हमारे साथ दिया तले अँधेरा जेसी स्थिति हे।
  • उन्होंने कहा मेने सुना हे कुछ लोग इसमें मिलावट करते हे पर आप सही जगह जाओ तो में शर्त लगाने को तेयार हु आप को हर चीज का इलाज मिलेगा।हर बीमारी का इलाज हमारी प्राचीन पध्धति ओ में मोजूद हे।
  • उन्होंने कहा हमारे इस प्राचीन पद्धति या न सिर्फ वैज्ञानिक हे बल्कि पक्का लॉजिक भी जुड़ा हे ,हमारा हाल दिया तले अँधेरा जैसा हे ,सबसे अच्छा इलाज हमारे यहाँ हे और हम ढूंढने जायेगे विदेश।उन्होंने कहा में जिस आयुर्वेदिक आश्रम में रुक था इसमें सिर्फ में भारतीय था बाकि सब विदेशी थे। वो हमारे देश में आके ठीक हो सकते हे पर हम नहीं ?ये बात कुछ हजम नहीं हुई।



Source :- https://www.facebook.com/akshaykumarofficial/videos/10154699403723283/


--------------------------------------------------------------------------------
ये जानकारी पसंद आई हो तो दुसरो को भी सेर करे और ज्ञान को आगे बढ़ाये।
धन्यवाद . प्रणाम जी . जय हिन्द।
Also See My site : - https://idarshan.in/ayurveda-miracle/

Comments

Popular posts from this blog

खाने में सबकी प्रिय चीज के फायदे।

खाने में सबकी प्रिय चीज के फायदे। चीज में उच्च गुणवत्ता के प्रोटीन और केल्शियम होता हे । इसमें काफी स्वस्थ वर्धक चीजे मोजूद हे जेसे की फास्फोरस,जिंक,विटामिन ए और बी १२ । Cheese  खाने से दांतों में किंडे लगने का खतरा कम होता हे । ये दांतों की सडन भी कम करता हे । उच्च रक्तचाप यानि हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग भी थोड़ी मात्रा में खाने में मिल कर सकते हे । वेसे तो चीज कई जानवरों के दूध से बनती हे पर गाय के दूध से बनी चीज काफी फायदेमंद होती हे । पनीर उन लोगो को जरुर खाना चाहिए जो शारीरिक श्रम ज्यादा करते हे । अगर आप व्यायाम करने के शोकिन हे तो इसका सेवन आपके लिए काफी फायदे मंद होगा । 20 जनवरी को चीज डे मनाया जाता हे , इसके पोष्टिक गुणों की वजह से । इसे खासकर बच्चो महिलाये और ज्यादा शारीरक श्रम करने वाले व्यक्ति को खाना में लेना चाहिए ।

वे लोग जो ज्यादा पढ लिख नही पाए फिर भी दुनिया इनके कदमो को चूमती हे . famous failures.

जे के रोउलिंग   इनका नाम इतना नहीं जानते तो ये जान लीजिये ये प्रसिध्ध नोवेल जिस पर  हेरी पोटर  फिल्म बन चुकी हे की लेखिका हे अब तक इस नोवेल के कई अध्याय निकल चुके हे जो काफी प्रसिध्ध हो चुके हे,वे  ब्रिटन की रानी   से भी ज्यादा अमीर हो चुकी हे . पर एक वक्त था जब उनके पास काम नहीं था , उनका Divorce हो चूका था , जिस  हेरी पोटर नावेल  का अब तक सात संस्करण निकल चुके हे कभी 12 बार प्रकाशक द्वारा रिजेक्ट हो चूका था. स्टीव जॉब्स  एक वक्त था जब उनको कोलेज से निकाल दिया गया था , इनके पास खुद का कमरा नहीं था , खाने के लिए वे हरे कृष्णा मंदिर जाते थे .एक वक्त वो भी आया जब उन्हें उनकी ही कम्पनी से निकाल दिया गया था . 1974 में वे भारत आये थे कुछ पाने की ख्वाहिश में ,यहाँ वो  नीम करोली बाबा के आश्रम  गये थे पर उनका पहले ही स्वर्गवास हो चूका था , फिर वहा उन्हों ने  "  Autobiography of a Yogi  " पढ़ी . इस किताब ने उनकी सोचने और विचार ने का नजरिया बदल दिया .  APPLE   कम्पनी आज US$ 207.000 बिलियन (201...

मित्र हो तो कृष्ण सुदामा जेसे।

मित्रता को किसी दिन से नहीं बांधा जा सकता, मित्रता कृष्ण सुदामा जेसी होनी चाहिए जहा अपने दोस्त तकलीफ में हे पता चलते ही बगेर किसी को बताये मदद करे और उसके स्वाभिमान की रक्षा भी करे। सुदामा। हमने कृष्ण सुदामा की कहानी सुनी हे जिसमे ये भी सुना हे की जब कृष्ण सुदामा सांदीपनी ऋषि के आश्रम में अभ्यास करते थे तब जंगल गये लकड़ी बीनने उस वक्त गुरुमाता ने रस्ते में खाने के लिए भोजन दिया था और श्री कृष्ण के भाग का भी भोजन सुदामा खा गये थे पर ये बहुत कम लोगो को पता हे की सुदामा को ये पता चल चूका था जब भोजन दिया जा रहा था तब दरिद्रता का योग था और जो वो भोजन खाता उसके घर भी दरिद्रता आएगी। सुदामा ने इस लिए वो भोजन खा गये थे ताकि उनके मित्र के घर दरिद्रता न आये, मित्र को बचा लिया।इसीलिए कहा गया हे मित्र ऐसा ढूँढिये ढाल जेसा होए ,दुःख में हमेशा आगे रहे सुख में पीछे होय ! श्री कृष्ण।   कृष्ण को पता था की सुदामा ने अजाचक व्रत लिया था यानि कुछ भी हो / जरूर पड़े किसीके सामने हाथ नहीं फैलाना भले मृत्यु क्यों न आ जाये। जब कृष्ण और सुदामा का मिलन हुआ तो अन्तर्यामी श्री कृष्ण ने उनके माथे पर लिखा श्री क्षय ...